पद्मश्री बाबा योगेंद्र जी को पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि, नाट्य कार्यशाला के प्रतिभागी सम्मानित

राजतिलक शर्मा

(ग्रेटर नोएडा) आईआईएमटी विश्वविद्यालय के स्कूल आफ मीडिया, फिल्म एंड टेलीविजन स्टडीज में आयोजित कार्यक्रम में संस्कार भारती के संस्थापक पद्मश्री बाबा योगेंद्र जी को पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम में नाट्य कार्यशाला के प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। यह सात दिवसीय कार्यशाला विगत 17 मई से 23 मई 2025 तक भारतेंदु नाट्य अकादमी, लखनऊ, संस्कार भारती मेरठ महानगर और  आईआईएमटी विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में “शिक्षा में रंगमंच का महत्व” विषय पर आयोजित की गई थी।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए आईआईएमटी विश्वविद्यालय के प्रति कुलाधिपति एवं संस्कार भारती मेरठ महानगर के अध्यक्ष डॉ. मयंक अग्रवाल ने कहा कि रंगमंच न केवल अभिव्यक्ति का माध्यम है, बल्कि यह छात्रों के व्यक्तित्व विकास में भी सहायक होता है। कला साधना को राष्ट्र साधना का स्वरूप देने वाले बाबा योगेंद्र जी आज भी हमारे लिए प्रेरणा के स्तंभ हैं। बाबा योगेंद्र जी का स्मरण हमें नई ऊर्जा प्रदान करता है। मुख्य अतिथि संगीत नाटक अकादमी, उत्तर प्रदेश के सदस्य भारत भूषण शर्मा ने कहा कि रंगमंच के माध्यम से सामाजिक और सांस्कृतिक मूल्यों को प्रभावी रूप से प्रस्तुत किया जा सकता है। यह मंच नई पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ने का सशक्त माध्यम है। उन्होंने बाबा योगेंद्र जी को याद करते हुए कहा कि वे संस्कारों की भावना से ओत-प्रोत, कला को समाजसेवा का माध्यम बनाने वाले युगद्रष्टा थे। इस अवसर पर प्राच्य कला धरोहर, संस्कार भारती मेरठ प्रान्त के संयोजक शीलवर्धन, अनिल शर्मा, मंचीय कला संयोजक, संस्कार भारती मेरठ महानगर ने भी विचार व्यक्त किए। विद्यार्थियों ने कार्यशाला के दौरान मिले अनुभवों को साझा करते हुए इसे व्यक्तित्व विकास में सहायक बताया। कार्यक्रम का संचालन प्रो. डा. नरेंद्र मिश्र ने किया।

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