खुशबू चौधरी -प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सोमनाथ में नए सर्किट हाउस का उद्घाटन किया. उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री सभा को संबोधित किया. सोमनाथ मंदिर में हर साल देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु आते हैं. नया सर्किट हाउस 30 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित किया गया है और यह सोमनाथ मंदिर के पास स्थित है. निर्माण इस तरह से किया गया है कि प्रत्येक कमरे से समुद्र का दृश्य दिखाई देता है.
भगवान सोमनाथ की आराधना में हमारे शास्त्रों में कहा कहा है- भक्तिप्रदानाय कृतावतारं, तं सोमनाथं शरणं प्रपद्ये. यानी, भगवान सोमनाथ की कृपा अवतीर्ण होती है, कृपा के भंडार खुल जाते हैं.
जिन परिस्थितियों में सोमनाथ मंदिर को तबाह किया गया, और फिर जिन परिस्थितियों में सरदार पटेल जी के प्रयासों से मंदिर का जीर्णोद्धार हुआ, वो दोनों ही हमारे लिए एक बड़ा संदेश हैं.
अलग अलग राज्यों से, देश और दुनिया के अलग अलग कौनों से सोमनाथ मंदिर में दर्शन करने हर साल करीब करीब 1 करोड़ श्रद्धालु आते हैं. ये श्रद्धालु जब यहां से वापस जाते हैं, तो अपने साथ कईं नए अनुभव, कईं नए विचार और एक नई सोच लेकर जाते हैं.
सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट ने कोरोना काल में जिस तरह यात्रियों की देखभाल की, समाज की जिम्मेदारी उठाई, इसमें ‘जीव ही शिव’ विचार के दर्शन होते हैं.
रामायण सर्किट के जरिए भगवान श्रीराम से जुड़े स्थलों का दर्शन कर सकते हैं, इसके लिए रेलवे द्वारा एक विशेष ट्रेन भी शुरु की गई है. कल से एक स्पेशल ट्रेन दिव्य काशी यात्रा के लिए दिल्ली से शुरु होने जा रही.
आज के समय में पर्यटन बढ़ाने के लिए चार बातें आवश्यक हैं. पहला स्वच्छता- पहले हमारे पर्यटन स्थल, पवित्रतीर्थस्थल भी अस्वच्छ रहते थे. आज स्वच्छ भारत अभियान ने ये तस्वीर बदली है.
पर्यटन बढ़ाने के लिए दूसरा अहम तत्व है सुविधा. लेकिन सुविधाओं का दायरा केवल पर्यटन स्थल तक ही सीमित नहीं होना चाहिए. पर्यटन बढ़ाने का तीसरा महत्वपूर्ण पहलू है समय. आजकल ट्वेन्टी-ट्वेन्टी का दौर है. लोग कम से कम समय में ज्यादा से ज्यादा स्थान कवर करना चाहते हैं.
पर्यटन बढ़ाने के लिए चौथी और बहुत महत्वपूर्ण बात है – हमारी सोच. हमारी सोच का innovative और आधुनिक होना जरूरी है. लेकिन साथ ही साथ हमें अपनी प्राचीन विरासत पर कितना गर्व है, ये बहुत मायने रखता है. नरेन्द्र मोदी